✍️🙏शिव वंदना🙏✍️
जय जय शंकर जय नीलकंठ जय जय शशिधर
तुम महादेव तुम महाकाल तुम कालकूट विषधर
जय उमापती जय भूतनाथ जय नागनाथ
तुम मृत्यंजय तुम सम द्रष्टा तुम कालनाथ
देवों के देव तुम महादेव तुम सरल ह्रदय
तुम प्रलयदेव तुम दिव्यदेव सुन लो अनुनय
आशीष बनाए रखना शिव ना डिगें कदम
समभाव रहूँ, रहूँ वीतराग, निश्छल हरदम
शिव शंकर झा “शिव”
स्वतंत्र लेखक
०८.०३.२०२४ ०८.०३ पूर्वाह्न (३९५)
(महाशिवरात्रि पर विशेष)