भारत में समाचार पत्र का उद्भव
✍️इतिहास✍️
आइए जानते हैं भारत में पहला समाचार पत्र, अखबार कब छपा प्रकाशित हुआ एव किसने छापा, बताते चले भारत में पहला भारतीय समाचारपत्र ब्रिटिश काल के दौरान एक अंग्रेज व्यक्ति ने ही छापा था,भारत में सर्वप्रथम अखबार निकालने का श्रेय हिक्की को जाता है इसकी भाषा अंग्रेजी थी एव उन्होंने अपने अखबार में उस दौरान की अनियमितताओं भृष्टाचार रिश्वतखोरी को प्रमुखता से जगह दी थी वे ईस्ट इंडिया कम्पनी के कर्मचारी भी थे।
इनका पूरा नाम था जेम्स ऑगस्ट हिक्की इन्होंने अपने अखबार का नाम दिया बंगाल गैजेट इसकी भाषा अंग्रेजी प्रकाशन वर्ष सन 1780 प्रकाशन स्थल कलकत्ता यह एक साप्ताहिक समाचार पत्र था। इसके माध्यम से उन्होनें तत्कालिक वायसराय द्वारा सुप्रीम कोर्ट के जज को रिश्वत देने का मामला प्रमुखता से छापा था, अंग्रेजी हूकूमत के दौरान वायसराय का पद अत्यधिक शक्तिशाली होता था ये ज्ञात होने के बाद भी उन्होंने रिश्वत प्रकरण को अपने अखबार बंगाल गैजेट में प्रमुखता से प्रकाशित किया। इस खबर को पढ़कर वे हिक्की के खिलाफ हो गए,तथा उन्हें गलत खबर छापने के जुर्म में जेल भेज दिया गया वे लगभग नौ माह तक कारावास में रहे,लेकिन हिक्की अपने अखबार का प्रकाशन जेल से करते रहे, और तत्कालीन समस्याओं को निरन्तर लिखते रहे वे रुके नहीं। बाद में जाँच बैठी जिसमें तात्कालीन वायसराय और जज दोषी पाए गए,इस प्रकरण के बाद अखबार की ताकत को लोगों ने समझा और फिर भारत में अखबारों का प्रकाशन प्रारम्भ होने लगा।
बताते चले भारत में सर्वप्रथम किसी भारतीय भाषा में छपने वाले अखवार का श्रेय "दिग्दर्शक"मासिक समाचार पत्र को जाता है,लेकिन निर्विवाद रूप से प्रथम भारतीय भाषी अखवार का श्रेय "संवाद कौमुदी" साप्ताहिक समाचार पत्र को जाता है इसका प्रकाशन सन 1821 में हुआ इसकी भाषा बंगाली एव प्रकाशन स्थल कलकत्ता था। इसके प्रबंध सम्पादक सुविख्यात समाजसुधारक समाजसेवी राजा राममोहन राय जी थे। हिंदी भाषा में छपने वाला पहला स्वदेशी समाचार पत्र "उदण्ड मार्तंड" का प्रकाशन सन 1826 में हुआ।
अखबारों के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अंग्रेजों ने पीआरबी एक्ट 1867 बनाया जो आज भी लागू है।
(लेख विभिन्न स्रोतों पर आधारित)
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शिव शंकर झा "शिव"
कवि एवं स्वतंत्र लेखक
३०.०५.२०२३ (३१२)